Top sidh kunjika Secrets
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति सप्तमोऽध्यायः
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
क्लींकारी कामरूपिण्यै बीजरूपे नमोऽस्तु ते।
धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
मारणं मोहनं वश्यं स्तंभनोच्चाटनादिकम् ।
ओं अस्य श्री कुञ्जिका स्तोत्रमन्त्रस्य सदाशिव ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, श्रीत्रिगुणात्मिका देवता, ओं ऐं बीजं, ओं ह्रीं शक्तिः, ओं क्लीं कीलकम्, मम सर्वाभीष्टसिद्ध्यर्थे जपे विनियोगः ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
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iti śrīrudrayāmalē gaurītantrē śiva pārvatī saṁvādē kuñjikā stōtraṁ sampūrṇam
Swamiji states, “A persuasive want is something which can make us stand up also to the fullest potential assert ourselves towards the furtherance in the purpose. The crucial element should be to focus on the mantras.”
मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें तो स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू more info करें.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः